रामबनी मोड़ से कदमा तक और मलूटी मे रोड निर्माण कार्य का विधायक ने किया शिलान्यास

रामबनी मोड़ से कदमा तक और मलूटी मे रोड निर्माण कार्य का विधायक ने किया शिलान्यास

 

शिकारीपाड़ा/दुमका/

आज मंगलवार को मंदिरों के गांव मलूटी के आंतरिक तथा मलूटी में हेलीपैड एवं कला केंद्र की पहुंच पथ का शिकारीपाड़ा के स्थानीय विधायक नलिन सोरेन ने शिलान्यास किया, रोड की लंबाई करीब 5 किलोमीटर है, यहां बताते चले कि मंदिरों का गांव मलूटी विश्व प्रसिद्ध एवं पुराना धरोहर है यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक आस्था एवं पर्यटन स्थल है जिसमें स्थलों पर श्रद्धालुओं एवं सैलानियों का आवागमन होते रहता है मंदिरों की कुल संख्या 108 थी जो वर्तमान में 72 मंदिर ही बचा हुआ है मंदिर परिसर में परिक्रमा एवं मंदिरों तक पहुंचने के लिए पहुंच पथ नहीं होने के कारण श्रद्धालु एवं पर्यटक को परेशानी होती थी मंदिरों का पहुंच पथ पीसीसी कार्य द्वारा बनाया जा रहा है जिससे ग्रामीण श्रद्धालु एवं पर्यटकों के आवागमन में शुगम होगी एवं पर्यटन विकसित होगी। शिलान्यास से पहले आदिवासी ग्रामीण महिलाओं ने अपने सांस्कृतिक रीति रिवाज से विधायक नलिन सोरेन का स्वागत किया।

मलूटी मे रोड का शिलान्यास करने के बाद स्थानीय विधायक नलिन सोरेन सीधे शिकारीपाड़ा राम बनी मोड़ पहुंचे जहां पर दुमका रामपुरहाट उच्च पथ पर रामबनी मोड़ से कदमा तक रोड का पुनर्निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया, पुरोहित के द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण एवं विधायक ने नारियल फोड़कर शिलान्यास की, इस रोड की लंबाई करीब 3 किलोमीटर है एवम रोड का इकरारनामा राशि करीब 6 करोड़ 25 लाख रुपए है, और रोड निर्माण संवेदक हरदेव कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड देवघर है, शिलान्यास करने आए विधायक नलिन सोरेन ने कहा कि इस रोड के बनने से कदमा एवं आसपास के ग्राम से शिकारीपाड़ा आने वाले लोगों को सुविधा होगी और दूरी 5 से 6 किलोमीटर कम हो जाएगी, क्योंकि पहले अधिकतर लोग बरमसिया होकर घूम कर आते थे एवं खासकर स्कूल कॉलेज के छात्र छात्रा जो शिकारीपाड़ा के स्कूल कॉलेज में पढ़ने आते हैं उन लोगों को आवाजाही में असुविधा नहीं होगी और समय का भी बचत होगा जिससे विद्यार्थी के पास पढ़ने के लिए अतिरिक्त समय भी होगा, विधायक ने कहा कि इससे पहले इस रोड के बारे में ग्रामीणों ने मुझे कहा था जिसको लेकर मैंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रोड को लेकर आग्रह किया इसके बाद ही आज रोड का शिलान्यास हुआ, यहां बताते चले कि पिछले 2 दशकों से यह रोड जर्जर और गड्ढा नुमा बना हुआ है इस कारण लोगों को आवाजाही में खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है बारिश के दिनों में तो रोड नजर ही नहीं आता है, बन जाने के बाद लोगों को आवाज आई में परेशानी नहीं होगी और जो लोग पहले बरमसिया होकर घूम कर जाते थे उन लोगों के लिए भी लगभग 5 से 6 किलोमीटर दूरी कम हो जाएगी, शिलान्यास कार्यक्रम में पथ निर्माण विभाग दुमका के पदाधिकारी एवं प्रशासन के साथ साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

Related posts

Leave a Comment